कर्नाटक में पार्टी क्यों हारी, PM मोदी को लिखूंगा चिट्ठी; कारण बताओ नोटिस मिला तो भड़क उठे बीजेपी नेता…

पार्टी विरोधी टिप्पणियों के आरोप में नोटिस मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) की कर्नाटक इकाई के नेता एवं पूर्व विधायक एम.पी. रेणुकाचार्य ने शनिवार को कहा कि उन्हें पार्टी से नोटिस मिलने का कोई डर नहीं है और वह राज्य विधानसभा चुनाव में हार और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को एक पत्र लिखेंगे।

पूर्व मंत्री ने पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा से मुलाकात की और येदियुरप्पा के निर्देशों को मानते हुए उन्होंने मीडियाकर्मियों के समक्ष पार्टी के संबंध में कोई सार्वजनिक बयानबाजी नहीं की।

येदियुरप्पा के साथ उनकी बैठक से एक दिन पहले पार्टी के राज्य नेतृत्व ने बैठक बुलाई थी जिसमें रेणुकाचार्य समेत 11 अन्य नेता शामिल नहीं हुए थे, जो पूर्व में या तो पार्टी विरोध गतिविधियों में शामिल थे या उन्होंने सार्वजनिक बयानबाजी की थी जिससे भाजपा की किरकिरी हुई थी।
     
रेणुकाचार्य ने कहा, ”उन्होंने रेणुकाचार्य को नोटिस दिया, तो क्या मैं नोटिस से डरूंगा? नहीं… मुझे नोटिस मिलने के बाद अनुशासन समिति के अस्तित्व के बारे में पता चला। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 11 लोगों को नोटिस दिया गया है। आप रेणुकाचार्य को नोटिस देने की बात मीडिया में जारी करके सार्वजनिक कर देते हैं, लेकिन बाकी 10 लोगों को नोटिस देने के बारे में क्या?”
     
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ”मैं कर्नाटक की स्थिति के बारे में प्रधानमंत्री, अमित शाह (गृह मंत्री) और जे. पी. नड्डा (भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष) जैसे दिल्ली के नेताओं को पत्र लिखूंगा। अगर मुझे मौका मिला तो मैं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलूंगा और उन्हें बताऊंगा कि कर्नाटक में भाजपा की हार के कारण क्या हैं और इसके लिए कौन जिम्मेदार हैं।”
     
भाजपा की कर्नाटक इकाई ने बृहस्पतिवार को रेणुकाचार्य को उनकी ”पार्टी विरोधी” टिप्पणी के लिए नोटिस जारी किया था।

पार्टी की राज्य अनुशासन समिति द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस का लिखित में जवाब देने के लिए उन्हें एक सप्ताह का समय दिया गया है। पार्टी ने होन्नाली के पूर्व विधायक रेणुकाचार्य को दिए गए नोटिस को आधिकारिक रूप से जारी किया था।
     
रेणुकाचार्य ने बृहस्पतिवार को कहा था कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कटील को विधानसभा चुनाव में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। बिना किसी का नाम लिए पार्टी नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा कार्यालय को ”कॉरपोरेट कार्यालय” में बदल दिया गया है।

 रेणुकाचार्य ने आरोप लगाया कि उनके कांग्रेस में शामिल होने की झूठी खबर फैलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि वह पार्टी में रहेंगे और येदियुरप्पा के निर्देशों का पालन करेंगे।

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