राज्य शासन के महात्मा गांधी रूलर इंडस्ट्रियल पार्क योजना से ग्रामीण महिलाएं समूह के माध्यम से संगठित होकर किस तरह एक सफल उद्यमी बन रही है इसका बेहतरीन उदाहरण कवर्धा जिले के ग्राम पंचायत मजगांव में स्थापित रीपा में देखा जा सकता है।
यहां जय माँ सरस्वती महिला स्व सहायता समूह कि आठ महिलाएं आरओ वाटर और आरओ वाटर से बने बर्फ सिल्ली को विक्रय कर अच्छी आमदनी अर्जित कर रही हैं।
जय माँ सरस्वती समूह द्वारा आरओ वाटर और बर्फ की आइस स्लैब का व्यवसाय बाजार की मांग पर आधारित है।
प्रतिदिन इसकी खपत को देखते हुए समूह द्वारा 75 जार प्रतिदिन तैयार किया जा रहा है जिसमें से 65 जार (10 लीटर का 1 जार) को 2275.00 रूपए प्रतिदिन के हिसाब से बेचा जा रहा है।
इसी तरह प्रतिदिन लगभग 40 नग बर्फ सिल्ली का उत्पादन हो रहा है जिसमें 15 से 17 नग प्रतिदिन विक्रय हो रहा है जो प्रति सिल्ली 120.00 रुपए के दर से ग्राहकों तक पहुंच रहा है। समूह के प्रत्येक सदस्य को इस व्यवसाय से जुड़कर 45 सौ रुपए से अधिक की आमदनी महीने में होने लगा है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मजगांव सहित अन्य ग्राम पंचायतों में संचालित रीपा का वर्चुवल शुभारंभ किया था।
कलेक्टर जनमेजय महोबे बताते हैं कि महात्मा गांधी रूलर इंडस्ट्रियल पार्क रीपा राज्य शासन की बहुत महत्वकांक्षी योजना है। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों को उद्यमी के रूप में आगे बढ़ाते हुए आत्मनिर्भर बनाना है।
मजगांव में संचालित रीपा केंद्र में सभी जरूरी सुविधाओं का विस्तार किया गया है जिससे कि समूह को व्यवसायिक गतिविधियों के लिए प्रोत्साहन मिल सके और वो आगे बढ़ सके।
यहां अनेक व्यवसायिक गतिविधियां हो रही है जिसमें पेपर कप निर्माण, गोबर पेंट, फेब्रिकेशन के साथ आरओ वाटर एवं आइस स्लैब का व्यवसाय शामिल हैं।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कबीरधाम संदीप कुमार अग्रवाल ने बताया कि रीपा में महिला स्व सहायता समूह द्वारा आरओ पानी और इससे निर्मित बर्फ सिल्ली का निर्माण किया जा रहा है। वर्तमान में महिलाएं अपने उत्पादन को स्थानीय बाजार में विक्रय कर रही है और इस व्यवसाय से महिला समूह के सदस्यों को अच्छी आमदनी होने लगी है।
जय माँ सरस्वती स्व सहायता समूह मजगांव की अध्यक्ष श्रीमती प्रेम कुमारी गंघर्व ने बताया की हमारा व्यवसाय अच्छे से चल रहा है। प्रतिदिन बर्फ की सिल्ली एवं आरओ पानी बाजार में बिक रहा है।
आरओ पानी से बना बर्फ होटल जूस सेंटर एवं स्थानीय बाजार एवं घर-घर पहुंच रहा है। समूह के द्वारा घर पहुंच सेवा प्रदान कर हम महिलाएं अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा रही हैं।
हम सभी समूह के सदस्य अपने सरकार को बहुत धन्यवाद देते हैं कि हमें आज आत्मनिर्भर बनाने हमारे गांव में रीपा जैसा केंद्र स्थापित किया गया।
अब हमारी पहचान ना सिर्फ एक ग्रामीण महिला के रूप में होती है बल्कि एक सफल उद्यमी के रूप भी पहचान बंनाने लगी है।