फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह पेंशन सुधारों पर जारी आक्रोश और तनाव को शांत करने के लिए सड़कों पर एक पारंपरिक गीत गाते नजर आ रहे हैं।
उनका यह कदम टेलीविजन पर प्रसारित देश के नाम उनके संबोधन के बाद सामने आया है।
कई इंटरनेट यूजर्स को पहले लगा कि शायद किसी नेआर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या अन्य माध्यमों का उपयोग करके नकली फुटेज तैयार की है, लेकिन मैक्रों के करीबी लोगों ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि यह वास्तविक वीडियो है।
उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति सोमवार की शाम पेंशन सुधारों पर देश के नाम टीवी पर संबोधन के बाद अपनी पत्नी (ब्रिगिट मैक्रॉन) के साथ नजर आए। तभी उन्हें युवा लोगों के एक समूह का सामना करना पड़ा जो पारंपरिक गीत गा रहे थे। राष्ट्रपति खुद को रोक नहीं पाए और वह भी युवाओं के साथ पाइरेनीज का गीत गाने लगे, जिसे वह पसंद करते हैं।”
रात के समय के एक प्रसारित वीडियो में मैक्रों को अपने फोन से “ले रिफ्यूज” के शब्द पढ़ते हुए देखा जा सकता है। स्पेन के साथ फ्रांस की दक्षिण-पश्चिमी सीमा पर पर्वत श्रृंखला में एक लॉज के बारे में यह एक गीत है, जिसे वह 20 से 30 साल के युवकों के झुंड में जोरदार तरीके से गा रहे हैं।
माना जा रहा है कि इस तरह पहली बार सड़क पर गीत गाने का यह वाकया राष्ट्रपति के लिए मतदाताओं के साथ जुड़ाव का एक स्वागत योग्य कदम लग रहा है,जिन्होंने हाल ही में पेंशन सुधारों के कारण देशभर में भारी विरोध झेला है और प्रदर्शन देखे हैं। इस वीडियो को सबसे पहले “प्रोजेट कैंटो” नाम की एक संस्था ने फेसबुक पेज पर पब्लिश किया है।
बता दें कि इससे पहले राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सोमवार को कहा था कि उन्होंने सेवानिवृत्ति की उम्र सीमा 62 वर्ष से बढ़ा कर 64 करने को लेकर लोगों की नाराजगी के बारे में सुना है, हालांकि उन्होंने कहा कि यह जरूरी है। टेलीविजन पर प्रसारित राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में मैक्रों ने कहा, ”हर किसी को पेंशन की गारंटी सुनिश्चित करने के लिए यह बदलाव जरूरी था।” उन्होंने कहा, ”धीरे-धीरे अधिक काम करने से भी हमारे पूरे देश के लिए अधिक धन संचित हो रहा है।”