जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बकाया बिजली बिल जमा न करने पर पूर्व मुख्यमंत्री और डेमोक्रेटिक आजाद प्रोग्रेसिव पार्टी (Democratic Azad Progressive Party) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) और बीजेपी के जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष रविंदर रैना सहित कई दूसरे लोगों के घरों की बिजली सप्लाई काट दी।
हालांकि आजाद से संपर्क नहीं हो सका, लेकिन उनके करीबी सूत्रों ने इसकी पुष्टि की कि शनिवार शाम को उनके घर की बिजली काट दी गई थी। जबकि रैना ने कहा कि वे नियमित रूप से अपने बिजली के बिलों को जमा करते रहे हैं।
रैना ने फोन पर कहा कि वे इस समय राजौरी में हैं और जम्मू लौटने के बाद बिजली काटने के कारणों का पता लगाएंगे।
‘इंडियन एक्सप्रेस’ की एक खबर के मुताबिक आजाद और रैना के अलावा एक अन्य प्रमुख नेता नीलम लंगेह के घर की बिजली भी बकाया जमा नहीं कराने का कारण काट दी गई है।
नीलम लंगेह भाजपा के नेता हैं और रामबन सीट से विधायक रह चुके हैं। ये तीनों नेता जम्मू शहर के एक संपन्न इलाके गांधी नगर में सरकारी आवास में रहते हैं।
बिजली विभाग के सूत्रों ने कहा कि उनका बकाया 2 लाख रुपये से अधिक हो गया था। इसलिए उनके घरों की बिजली को काट दिया गया।
इसके साथ ही देश भर में चलने वाली एक प्रमुख रेस्तरां श्रृंखला के गांधी नगर आउटलेट की बिजली आपूर्ति भी काटने की चेतावनी दी गई है।
बिजली विभाग ने कहा कि जम्मू की बाल्मीकि कॉलोनी में रहने वाले लोगों के घरों की बिजली सप्लाई भी बंद कर दी गई है। वहां के लोगों को निजी बकाया भी 2 लाख रुपये से अधिक हो गया था।
इस कॉलोनी के निवासी पड़ोसी राज्य पंजाब से लाए गए थे और कई दशक पहले जम्मू में बस गए थे। बाल्मीकि कॉलोनी के निवासियों ने दावा किया कि उन्हें जम्मू-कश्मीर की तत्कालीन राज्य सरकार ने इस वादे के साथ यहां बसाया था कि उन्हें स्वच्छता के काम के बदले सभी सुविधाएं मुफ्त दी जाएंगी।
गौरतलब है कि सितंबर 2022 में जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बकाया भुगतान न करने के कारण घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को उनके बिजली बिलों पर लगे ब्याज में माफी की घोषणा की थी।