आदतन जिनपिंग को रास नहीं आई कोरोना पर आलोचना, लोगों के ‘मुंह’ पर जड़े ताले…

कोविड-19 को लेकर जिनपिंग सरकार की नीतियों की आलोचना करने वाले 1,000 से ज्यादा आलोचकों के सोशल मीडिया खाते चीन ने निलंबित या बंद कर दिए हैं।

‘सिना वेईबो’ (चीन में ट्विटर जैसा मंच) का कहना है कि उसने विशेषज्ञों, बुद्धिजीवियों और स्वास्थ्यकर्मियों पर हमलों सहित 12,854 उल्लंघनों का निपटारा किया है और 1,120 खातों को अस्थाई या स्थाई रूप से प्रतिबंधित कर दिया है।

मालूम हो कि चीन में कोरोना वायरस के बड़ी संख्या में मामले सामने आ रहे हैं। अस्पतालों से लेकर शवदाह गृह तक में लाइनें लगी हुई हैं।

आज के युग में सोशल मीडिया अकाउंट्स को बंद करना लोगों के मुंह पर ताले लगाने जैसा ही है। जिनपिंग सरकार के इस कदम के चलते दुनियाभर में उसकी आलोचना हो रही है। 

गौरतलब है कि सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी अपनी कठोर पाबंदियों, पृथकवास के नियमों और बड़े पैमाने पर जांच को चिकित्सा जगत के विशेषज्ञों की राय के आधार पर सही ठहराती रही थी, लेकिन पिछले महीने सरकार ने अचानक कोविड से जुड़ी सभी पाबंदियों में ढील दे दी, जिसके कारण फिर से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं।

चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी प्रत्यक्ष आलोचना की अनुमति नहीं देती है, और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर कड़ी पाबंदियां लगाती है।

वेईबो ने बृहस्पतिवार को जारी एक बयान में कहा था कि कंपनी ”जांच जारी रखेगी और हर तरह की अवैध सामग्री आदि को हटाएगी और ज्यादातर उपयोगकर्ताओं के लिए सौहार्दपूर्ण वातावरण तैयार करेगी।” 

कोरोना का कहर, गली में ही डेड बॉडीज जला रहे लोग
चीन में अस्पतालों के बेड्स मरीजों से भर चुके हैं और इलाज के लिए जगह नहीं है। इतना ही नहीं, शव दाहगृह में भी अब जगह नहीं बची है।

इसकी वजह से लोग सड़कों पर ही डेड बॉडीज को जला रहे हैं। सोशल मीडिया पर कई ऐसी तस्वीरें और वीडियोज वायरल हो रहे हैं, जिसमें देखा जा सकता है कि लोग अपने करीबियों के शवों को गली-कूचे में जलाने पर मजबूर हैं।

ट्विटर पर शेयर किए गए वीडियो सड़कों पर हो रहे अस्थायी दाह संस्कार को दिखाते हैं। एक क्लिप में, देश के एक ग्रामीण हिस्से में एक लकड़ी के ताबूत को जलते हुए देखा जा सकता है।

एक अन्य वीडियो, जिसे शंघाई में फिल्माया गया है, लोगों के एक समूह को एक चिता के चारों ओर इकट्ठा होते हुए दिखाता है जिसे आग लगा दी गई है।

विदेशी यात्रियों पर लगीं पाबंदियां समाप्त कर देगा चीन
वहीं, दूसरी ओर चीन सरकार ने तीन साल पुरानी ‘जीरो-कोविड’ नीति को खत्म करने की अपनी योजना से एक दिन पहले कोविड संबंधी घटनाओं को लेकर हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा करने का शनिवार को आदेश दिया।

देश में बड़े पैमाने पर कोरोना वायरस प्रकोप के बीच, चीन रविवार को 12 बजे से विदेशी यात्रियों पर लगीं पाबंदियां समाप्त कर देगा, यात्रा और व्यापार के लिए अपने हवाई अड्डों और बंदरगाहों को पूरी तरह से खोल देगा।

प्रतिबंध हटने के बाद विदेशी यात्री बिना न्यूक्लिक एसिड टेस्ट और पृथकतावास पाबंदियों के चीन पहुंच सकते हैं। 

जीरो कोविड नीति में चीन ने दी थी ढील
सरकार ने पिछले महीने सरकार विरोधी प्रदर्शनों के मद्देनजर अपनी कठोर जीरो-कोविड नीति में ढील दी थी, जिसके बाद चीन ओमीक्रॉन स्वरूप के कारण कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेज वृद्धि से जूझ रहा है।

अधिकारियों का तर्क है कि ओमीक्रोन स्वरूप डेल्टा स्वरूप जितना घातक नहीं है, जिसके कारण पूरी दुनिया में बड़े पैमाने पर मौतें हुई हैं।

कोविड नियमों में पूरी तरह से ढील देने से पहले, चीन सरकार ने शनिवार को कोविड से संबंधित मामलों के लिए हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा करने का आदेश दिया।

एक सरकारी नोटिस में कहा गया है कि जब्त की गई किसी भी संपत्ति को छोड़ दिया जाए। 

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