गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के फाइनल परिणाम आ चुके हैं।
गुजरात में भाजपा ने लगातार 7वें चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।
भगवा पार्टी ने देश के इस पश्चिमी राज्य में चुनावी इतिहास की सबसे बड़ी जीत दर्ज करते हुए 182 में से 156 सीटें अपने नाम कीं।
कांग्रेस सिर्फ 17 सीटों पर सिमट गई और उसे गुजरात में अपनी अब तक की सबसे शर्मनाक हार देखनी पड़ी।
आम आदमी पार्टी के खाते में 5 सीटें आईं, जबकि 4 पर निर्दलीय जीते। इससे पहले 1985 के चुनाव में कांग्रेस ने माधव सिंह सोलंकी के नेतृत्व में कांग्रेस ने गुजरात में 149 सीटें जीती थीं, जो राज्य में किसी दल की सबसे बड़ी जीत थी।
गुजरात में 12 नवंबर को दोपहर 2 बजे नई सरकार का शपथ ग्रहण होगा। भाजपा ने कंफर्म कर दिया है कि भूपेंद्र पटेल ही मुख्यमंत्री होंगे।
उनके शपथ ग्रहण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल होंगे।
इधर हिमाचल प्रदेश में इस बार भी ‘रिवाज’ नहीं बदला, और जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को सत्ता से बेदखल होना पड़ा।
यहां हर सीट पर कांटे के मुकाबले में कांग्रेस ने बहुमत हासिल की। हिमाचल की 68 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को 40 सीटें मिली हैं, भाजपा के खाते में 25 सीटें आईं और 3 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते, जो भगवा पार्टी के ही बागी हैं।
हालांकि, यहां गुजरात की तरह सरकार गठन को लेकर अभी स्थिति साफ नहीं हो सकी है।
क्योंकि, कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री पद के कई दावेदार हैं और उनके बीच फिलहाल किसी एक व्यक्ति को लेकर एकमतता कायम नहीं हो सकी है।
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने मुख्यमंत्री पद पर अपनी दावेदारी ठोकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने यह चुनाव दिवंगत वीरभद्र सिंह के नाम पर जीता है, इसलिए मुख्यमंत्री पद के लिए मेरा या मेरे परिवार की उपेक्षा नहीं की जा सकती।
इन दोनों राज्यों में चुनाव नतीजों के बाद के घटनाक्रम से जुड़े हर अपडेट हम आपको यहां दे रहे हैं…