एक व्यक्ति ने कथित तौर पर एक हिस्ट्रीशीटर को किराए पर लेकर 1.90 करोड़ रुपये की बीमा राशि प्राप्त करने के लिए अपनी पत्नी की हत्या कर दी।
पुलिस ने बताया कि शालू अपने चचेरे भाई राजू के साथ 5 अक्टूबर को अपने पति महेश चंद के अनुरोध पर मोटरसाइकिल पर एक मंदिर जा रही थी।
सुबह करीब 4.45 बजे एक एसयूवी ने उनके वाहन को टक्कर मार दी। महिला की मौके पर ही मौत हो गई। उसके चचेरे भाई ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
पुलिस ने कहा कि यह सड़क हादसा लग रहा था और महिला के परिजनों को भी इसी बात का अंदेशा था।
हालांकि, जांच के दौरान, यह खुलासा हुआ कि महेश चंद ने बीमा राशि के लिए अपनी पत्नी की हत्या की साजिश रची थी।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी), पश्चिम, वंदिता राणा ने बुधवार को कहा कि महेश चंद ने 40 साल की अवधि के लिए शालू का बीमा करवाया था।
अधिकारी ने कहा कि बीमित राशि प्राकृतिक मृत्यु पर 1 करोड़ रुपये और दुर्घटना में मृत्यु पर 1.90 करोड़ रुपये थी। महेश चंद ने शालू की हत्या के लिए हिस्ट्रीशीटर मुकेश सिंह राठौर को सुपारी दी थी।
पुलिस ने कहा कि राठौर ने इस काम के लिए 10 लाख रुपये की मांग की थी और उसे 5।5 लाख रुपये एडवांस में दिए गए थे।
राठौड़ ने इस काम में अन्य लोगों को भी शामिल किया। शालू ने महेश चंद से 2015 में शादी की थी और उनकी एक बेटी भी है, लेकिन शादी के दो साल बाद ही उनमें विवाद होने लगा और वह अपने मायके में रहने लगी।
पुलिस के मुताबिक, उसने 2019 में घरेलू हिंसा का मामला भी दर्ज कराया था।
महेश चंद ने हाल ही में शालू का बीमा करवाया था। पुलिस ने कहा कि बाद में उसने शालू से कहा कि उसने एक मन्नत मांगी है और इसे पूरा करने के लिए शालू को मोटरसाइकिल पर लगातार 11 दिनों तक बिना किसी को बताए हनुमान मंदिर जाना होगा।
उसने यह भी कहा कि एक बार मन्नत पूरी हो जाने पर वह उसे घर ले आएगा। इस पर शालू मोटरसाइकिल से अपने मौसेरे भाई के साथ मंदिर जाने लगी।
पुलिस ने कहा कि 5 अक्टूबर को जब शालू और राजू मंदिर जा रहे थे, राठौर ने तीन अन्य लोगों के साथ एक एसयूवी में उनका पीछा किया और उनकी मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी।
पुलिस ने कहा कि महेश चंद एसयूवी के पीछे एक मोटरसाइकिल पर था। हादसे के बाद वह मौके से लौट आया।
राठौर और दो अन्य एसयूवी के मालिक राकेश सिंह और सोनू को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि दो अन्य आरोपी फरार हैं।