विरोध प्रदर्शन से डरा ड्रैगन? चीन के कई शहरों में बढ़ाई गई पुलिस की तैनाती, ऑनलाइन सेंसरशिप भी किए कड़े…

चीन ने जीरो कोविड नीति के विरोध में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच शहरों में पुलिस की उपस्थिति को और मजबूत कर दिया है।

शी जिनपिंग सरकार ऑनलाइन सेंसरशिप को भी कड़ी कर दी है। विश्वविद्यालयों के छात्रों को घर वापस भेजने की भी तैयारी चल रही है।

चीन की राजधानी बीजिंग समेत कई शहरों में जीरो कोविड नीति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है। हजारों की संख्या में लोग सड़क पर उतरकर जिनपिंग सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नजर आए थे।

रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने वाले लोगों का रिकॉर्ड खंगाल रही है और उन्हें पुलिस थाने पर बुला रही है।

देश में प्रदर्शनों के बीच पुलिस जगह-जगह लोगों का मोबाइल भी चेक करती नजर आई है।

बीजिंग, शंघाई, उरुमकी, ग्वांगझू, वुहान, हाग्जो सहित कई शहरों में हुए विरोध प्रदर्शन के बीच चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को धीरे-धीरे साफ किया जा रहा है ताकि विरोध बढ़ न सके।

सोशल मीडिया पर शेयर किए गए फोटो और वीडियो हटाया जा रहा है ताकि उसके असर को सीमित किया जा सके।

आग की घटना के बाद देश में तेज हुआ विरोध प्रदर्शन

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों में से कुछ को गिरफ्तार भी किया है लेकिन आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं हुई है।

चीन में विरोध-प्रदर्शन की शुरुआत उरुमकी से हुई है। जहां, पिछले हफ्ते एक अपार्टमेंट में आ लग गई थी जिसमें 10 लोगों की जलकर मौत हो गई थी।

इस घटना के बाद विरोध प्रदर्शन तेज हो गया और यह फिर धीरे-धीरे कई शहरों में फैल गया।

चीन की जीरो कोविड नीति और वहां चल रहे प्रदर्शन का असर उसकी अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है।

लोगों को मोबाइल फोन चेक करती नजर आई पुलिस

हालांकि, बीजिंग, शंघाई या फिर किसी अन्य शहर में मंगलवार को विरोध प्रदर्शन तो नहीं देखने को मिला था, लेकिन निवासियों ने मीडिया को बताया की सड़कों पर तैनानत पुलिसकर्मी संदिग्ध सामग्री, वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN), टेलीग्राम ऐप के उपयोग को लेकर उनकी जांच कर रहे थे।

चीन में वीपीएन का उपयोग करना अैध है और टेलीग्राम ऐप को ट्विटर, फेसबुक और गूगल की ही तरह इस्तेमाल करने रोक दिया गया है।

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने प्रदर्शनकारी के हवाले से कहा कि सभी चैट हिस्ट्री को हटा रहे हैं।

वरिष्ठ नागरिकों के टीकाकरण में तेजी का प्रयास

विरोध- प्रदर्शनों के बीच चीनी अधिकारियों के जीरो कोविड नीति की प्रतिबंद्धता को दोहराया है। पहले भी यह जिनपिंग सरकार जीरो कोविड नीति की बचाव करते हुए नजर आ चुकी है।

चीन के नेशनल हेल्थ कमिशन (NHC) के प्रवक्ता एमआई फेंग ने मंगलवार को कहा, स्थिति अनुकूल होने के बाद कोविड-19 नियंत्रण उपायों को समयबद्ध तरीक से हटाया जाना चाहिए ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

इसके साथ-साथ उन्होंने यह भी कहा कि वो देश में वरिष्ठ नागरिकों के लिए टीकाकरण को बढ़ावा देगा। एनएच ने कहा है कि वह देश में 80 साल से अधिक उम्र के लोगों को लगाए जाने वाले बूस्टर डोज के बीच की गैप को तीन महीने तक कम करेगा।

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