तेलंगाना पुलिस ने रविवार को बीजेपी के राज्य प्रमुख बंदी संजय कुमार को उनकी ‘प्रजा संग्राम यात्रा’ के पांचवें चरण और निर्मल जिले के भैंसा शहर में एक सार्वजनिक सभा की अनुमति देने से इनकार कर दिया।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उन बीजेपी नेताओं में शामिल थे जो सोमवार को जनसभा को संबोधित करने वाले थे।
बंदी संजय कुमार पैदल मार्च के पांचवें चरण के लिए निर्मल जा रहे थे। लेकिन उन्हें रविवार रात जगतियाल जिले में पुलिस ने रोक दिया और वापस जाने के लिए कहा।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि पुलिस ने भैंसा और अन्य इलाकों में ”सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील स्थिति” को देखते हुए पदयात्रा और जनसभा की अनुमति देने से इनकार कर दिया।
वहीं, पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जगतियाल और निर्मल जिलों के विभिन्न इलाकों में विरोध प्रदर्शन किया।
वहीं, तेलंगाना बीजेपी ने आरोप लगाया कि पुलिस कार्रवाई के दौरान पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं को चोटें आईं।
कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार से मार्च और जनसभा के लिए तुरंत अनुमति देने की मांग की है। बता दें कि भैंसा शहर में पिछले साल और 2020 में विभिन्न समुदायों से संबंधित समूहों के बीच झड़पें हुई थीं।
बंदी संजय कुमार (Bandi Sanjay Kumar) तेलंगाना की भारतीय जनता पार्टी के तीसरे प्रदेश अध्यक्ष हैं।
साथ ही करीमनगर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले लोकसभा के सदस्य हैं। वे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, बीबीनगर, हैदराबाद के बोर्ड सदस्य भी हैं।
संजय कुमार 2014 और 2018 में हुए तेलंगाना विधानसभा चुनावों में करीमनगर से बीजेपी के प्रत्याशी थे लेकिन दोनों ही मौकों पर उन्हें हार मिली।
2019 के आम चुनाव में, बीजेपी ने उन्हें करीमनगर लोकसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा और वे 89,508 मतों के अंतर से जीतकर लोकसभा पहुंचे।