जगदलपुर। रावघाट रेललाइन का बस्तर तक विस्तार को लेकर बस्तर संभाग के सर्व समाज द्वारा शनिवार को रेलवे स्टेशन के बाहर पुन: आंदोलन का आगाज कर दिया है।
रेलवे परिसर में प्रर्दशन के दौरान मंच से बस्तर के सर्व समाज और संगठन के प्रमुखों ने कहा कि, यदि अब भी रेलवे प्रशासन नही जागा और रावघाट रेललाइन का विस्तार बस्तर तक नहीं किया गया,
तो इसका खमियाजा रेलवे को उठाना पड़ेगा, इसलिए रेलवे प्रशासन को चाहिए कि बस्तर की जायज मांगों पर तत्काल संज्ञान लेते हुए कार्य आरंभ किया जाए, जिससे बस्तर में रेल सुविधाओं में वृध्दि हो सके और यहां के लोगों को आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो सके।
बस्तर रेल आंदोलन से जुड़े संपत झा ने कहा कि, आजादी के बाद से बस्तर में रेल सुविधाओं में इजाफे की मांग की जा रही है, लेकिन रेलवे लगातार हठधर्मिता का परिचय दे रहा है,
और बस्तर के लोगों की मौलिक जरूरतों को नजर अंदाज कर रहा है। रेलवे की अनदेखी का आलम यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक होने के बावजूद रावघाट रेललाइन का निर्माण अब तक प्रारंभ नहीं किया गया है।
उन्होने कहा कि रेलवे बस्तर से अरबों की कमाई कर रहा है, लेकिन इसका लाभ बस्तर को नहीं मिलने से रेलवे प्रशासन के खिलाफ लोगों में नाराजगी स्वाभाविक है।