इंटरनेट सेवाओं का इस्तेमाल रोजमर्रा की जिंदगी में हम सभी करते हैं और अब यह आम हो गया है।
खासकर मोबाइल डिवाइसेज पर हाई-स्पीड इंटरनेट सर्फ करने की सुविधा ने इसे और भी आसान बना दिया है।
हालांकि, साइबर सुरक्षा के मामले में ज्यादातर यूजर्स जागरूक नहीं है और गलतियां कर बैठते हैं।
यूजर्स इंटरनेट सर्फिंग करते वक्त कई गलतियां करते हैं और इनसे जुड़े खतरों से अनजान हैं।
कई ऐसी चीजें हैं, जो सामान्य लगती हैं लेकिन साइबर अपराधियों और स्कैमर्स को उसका फायदा मिल सकता है। खुद को सुरक्षित रखना चाहें तो ये चार गलतियां करने से बचना चाहिए।
एक ही पासवर्ड्स का कई अकाउंट्स में इस्तेमाल
कई सोशल मीडिया या ईमेल अकाउंट्स इस्तेमाल करने वाले यूजर्स कई बार एक ही पासवर्ड का इस्तेमाल हर जगह लॉगिन के लिए करते हैं।
ऐसे में पासवर्ड याद रखना आसान तो होता है लेकिन उनके हैक होने का संभावना भी बढ़ जाता है। इस स्थिति में अगर एक पासवर्ड लीक हो जाए तो हैकर सभी अकाउंट्स में सेंध लगा सकते हैं।
थर्ड-पार्टी सोर्स से सॉफ्टवेयर डाउनलोड करना
हमेशा लाइसेंस्ड सॉफ्टवेयर की इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि सॉफ्टवेयर्स की पाइरेटेड कॉपी इंस्टॉल करना भारी पड़ सकता है।
यही बात मोबाइल ऐप्स पर भी लागू होती है और एंड्रॉयड डिवाइसेज में केवल गूगल प्ले स्टोर से ही ऐप्स डाउनलोड करनी चाहिए।
थर्ड-पार्टी सोर्स से सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने की स्थिति में आप मालवेयर और हैकिंग अटैक्स का शिकार बन सकते हैं।
अनजान ईमेल्स खोलना या अटैचमेंट डाउनलोड्स
किसी भी अनजान अकाउंट से आने वाले ईमेल पर भरोसा ना करें और उसे ओपेन ना करें। स्कैमर्स फिशिंग अटैक्स के लिए ऐसे ईमेल्स की मदद लेते हैं और इंटरनेट यूजर्स को लुभाते हैं।
साथ ही ऐसे ईमेल्स में दिए गए किसी भी अटैचमेंट को डाउनलोड या ओपेन ना करें। ऐसा करना आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
पब्लिक WiFi नेटवर्क्स का इस्तेमाल करना
अगर आपको पब्लिक WiFi का फ्री ऐक्सेस मिले, तब भी उनका इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। तब तक पब्लिक WiFi का इस्तेमाल ना करें, जब तक ऐसा करना बेहद जरूरी ना हो।
ऐसे वायरलेस नेटवर्क्स की मदद से डिवाइस में मालिशियल कोड्स रन किए जा सकते हैं और आपका पर्सनल डाटा चोरी किया जा सकता है।